''सद्भावना दर्पण'

दिल्ली, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश आदि राज्यों में पुरस्कृत ''सद्भावना दर्पण भारत की लोकप्रिय अनुवाद-पत्रिका है. इसमें भारत एवं विश्व की भाषाओँ एवं बोलियों में भी लिखे जा रहे उत्कृष्ट साहित्य का हिंदी अनुवाद प्रकाशित होता है.गिरीश पंकज के सम्पादन में पिछले 20 वर्षों से प्रकाशित ''सद्भावना दर्पण'' पढ़ने के लिये अनुवाद-साहित्य में रूचि रखने वाले साथी शुल्क भेज सकते है. .वार्षिक100 रूपए, द्वैवार्षिक- 200 रूपए. ड्राफ्ट या मनीआर्डर के जरिये ही शुल्क भेजें. संपर्क- 28 fst floor, ekatm parisar, rajbandha maidan रायपुर-४९२००१ (छत्तीसगढ़)
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ग़ज़ल/ झूठे लोगों ने चुनाव में

>> Monday, July 17, 2023


इश्तहार तो आकर्षक हैं पर कितनी सच्चाई है 

झूठे लोगों ने चुनाव में महफ़िल बड़ी सजाई है


वादे, जुमले, मुस्कानें और कुछ नकली आँसू

ऐसा करके लोगों ने फिर  से सरकार बनाई है 


आपस में मिलकर रहने वाले अब लड़ते हैं

पता नहीं बस्ती में किसने आ कर आग लगाई है


यह मेरा, वो तेरा वोटर जात- धर्म में बंटे सभी

राजनीति की कुटिल मंथरा बहुत बड़ी हरजाई है


पहले की हर एक योजना कहाँ गई कुछ पता नहीं

कुरसी पाने फिर से सत्ता नई योजना लाई है


@ गिरीश पंकज


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