tag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post4672690770818079724..comments2023-10-26T06:02:59.419-07:00Comments on गिरीश पंकज: .बैर से बैर नहीं मिटता है, यह मिटता है प्यार से....girish pankajhttp://www.blogger.com/profile/16180473746296374936noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-6272849067729097682009-10-26T19:10:49.111-07:002009-10-26T19:10:49.111-07:00girish ji , hamesha ki tarah lajawaab geet. badhaa...girish ji , hamesha ki tarah lajawaab geet. badhaai sweekaren.Yogesh Verma Swapnhttps://www.blogger.com/profile/01456159788604681957noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-71683891317829373012009-10-26T13:11:03.727-07:002009-10-26T13:11:03.727-07:00ब्लॉग को बाग़ बनाने का यह खयाल उम्दा है ।ब्लॉग को बाग़ बनाने का यह खयाल उम्दा है ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-23742988419513160432009-10-26T05:16:34.700-07:002009-10-26T05:16:34.700-07:00पहले सोचते थे कि शिक्षा से सभ्यता जन्म लेती है ल...पहले सोचते थे कि शिक्षा से सभ्यता जन्म लेती है लेकिन आज कुछ लोगों के लेखन से लगता नहीं कि शिक्षा से ही सभ्यता आती है। इसके लिए संस्कारों की आवश्यकता है। आपने अच्छा लिखा है गद्य और पद्य दोनों ही।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-31362634314714587292009-10-26T00:01:52.054-07:002009-10-26T00:01:52.054-07:00पोस्ट बहुत बढिया लगी।
गीत बहुत सुन्दर व बढिया है। ...पोस्ट बहुत बढिया लगी।<br />गीत बहुत सुन्दर व बढिया है। बहुत सही कहा है-<br /><br />जब अंतस निर्वैर रहे तो, शांति-प्रेम इठलाता है.<br />जो है करुणावान वही तो महावीर बन जाता है.<br />जीतो जगती को तुम अपने सुन्दरतम व्यवहार से.<br />बैर से बैर नहीं मिटता है, यह मिटता है प्यार से.....परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-2218543193785557242009-10-25T23:54:06.854-07:002009-10-25T23:54:06.854-07:00बैर से बैर नहीं मिटता है, यह मिटता है प्यार से.
बु...बैर से बैर नहीं मिटता है, यह मिटता है प्यार से.<br />बुद्ध यही बुद्धि देते हैं, कह दो यह संसार से..<br />बुद्धम शरणम गच्छामि,<br />आपके श्रेष्ठ विचारों का हम सम्मान करते हैंब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.com