tag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post5083282692388672513..comments2023-10-26T06:02:59.419-07:00Comments on गिरीश पंकज: नई ग़ज़ल/ संघर्षों का नाम बेटियाँgirish pankajhttp://www.blogger.com/profile/16180473746296374936noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-24447530806299367842010-10-23T07:33:24.087-07:002010-10-23T07:33:24.087-07:00पंकज जी बहुत सुंदर लिखा आप नेपंकज जी बहुत सुंदर लिखा आप नेसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-30357108514518617662010-10-14T10:33:19.628-07:002010-10-14T10:33:19.628-07:00बेटा-बेटी एक बराबर
देती हैं पैगाम बेटियाँ
बेटिय...बेटा-बेटी एक बराबर <br />देती हैं पैगाम बेटियाँ<br /><br /><br />बेटियों को समर्पित एक बेहतरीन ग़ज़ल.. आज के दौर में ऐसा कोई काम नही जो बेटियाँ ना कर सकें...बहुत भावपूर्ण रचना....सुंदर ग़ज़ल के लिए धन्यवाद...प्रणाम चाचा जीविनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-59561934942956077982010-10-10T09:08:29.898-07:002010-10-10T09:08:29.898-07:00.
अगर ह्रदय निर्मल है तो फिर
जैसे चारों धाम बेटि....<br /><br />अगर ह्रदय निर्मल है तो फिर <br />जैसे चारों धाम बेटियाँ<br /><br />चेहरा-मोहरा हो जैसा भी<br />दिल से हैं अभिराम बेटियाँ ...<br /><br /> A beautiful creation. It really made me emotional. <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-35251742540932671332010-10-10T04:34:56.329-07:002010-10-10T04:34:56.329-07:00"फूलों सी यह रचना ऐसे
देती ज्यों आराम बेटियाँ..."फूलों सी यह रचना ऐसे<br />देती ज्यों आराम बेटियाँ."<br />भईया बेटियों की तरह ही नाजुक सी, मुलायम सी, प्यारी सी ग़ज़ल के लिए साधुवाद और प्रणाम.S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-57881629390736276032010-10-09T11:27:16.058-07:002010-10-09T11:27:16.058-07:00बेटियों पर इतनी बेहतरीन गज़ल मैने आज तक नही देखी ।...बेटियों पर इतनी बेहतरीन गज़ल मैने आज तक नही देखी ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-44015022184657972232010-10-09T03:46:46.308-07:002010-10-09T03:46:46.308-07:00यही तो बेटियों की महिमा है……………बेहद सुन्दर और उम्द...यही तो बेटियों की महिमा है……………बेहद सुन्दर और उम्दा रचना दिल मे उतर गयी।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-4790744600529130452010-10-09T00:30:31.539-07:002010-10-09T00:30:31.539-07:00सुनाउंगा यह गज़ल अपनी बेटी को,
हम लेते गौरव,पर होती...सुनाउंगा यह गज़ल अपनी बेटी को,<br />हम लेते गौरव,पर होती समभाव बेटियां<br /><br />-कही गहरे गौरवांवित कर गई गज़ल!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-4479559581687396112010-10-08T18:38:01.089-07:002010-10-08T18:38:01.089-07:00संघर्षों का नाम बेटियाँ
ईश्वर का इनआम बेटियाँ
-ब...संघर्षों का नाम बेटियाँ<br />ईश्वर का इनआम बेटियाँ<br /><br /><br />-बिल्कुल सही और सटीक गज़ल!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-88123420616096647852010-10-08T10:24:17.579-07:002010-10-08T10:24:17.579-07:00पंकज जी बहुत सुंदर लिखा आप ने, हमारे यहां भी बेटिय...पंकज जी बहुत सुंदर लिखा आप ने, हमारे यहां भी बेटियो की पुजा होती हे, ओर हम उन के पांव धोते थे,<br />बहुत सुंदर रचना, आप सब को नवरात्रो की शुभकामनायें,राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-14633858511784817552010-10-08T10:05:27.346-07:002010-10-08T10:05:27.346-07:00प्रासंगिक और भावपूर्ण.प्रासंगिक और भावपूर्ण.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-75204345740565909252010-10-08T09:07:18.241-07:002010-10-08T09:07:18.241-07:00अगर हृदय निर्मल है तो फिर
जैसे चारों धाम हैं बेटि...अगर हृदय निर्मल है तो फिर <br />जैसे चारों धाम हैं बेटियां<br /><br />निर्मल भावों से भरी हुईं<br />फूल-सी सुंदर सरस पंक्तियां।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-49249534500543397692010-10-08T08:49:33.768-07:002010-10-08T08:49:33.768-07:00ये अपने आँगन की तुलसी
कभी न हों बदनाम बेटियाँ
सुं...ये अपने आँगन की तुलसी <br />कभी न हों बदनाम बेटियाँ<br />सुंदर अभिव्यक्ति , बधाईSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-2869962209703391752010-10-08T08:23:35.226-07:002010-10-08T08:23:35.226-07:00अगर ह्रदय निर्मल है तो फिर
जैसे चारों धाम बेटियाँ...अगर ह्रदय निर्मल है तो फिर <br />जैसे चारों धाम बेटियाँ<br />बहुत खूब कहा है भईया । घरों की शान हैं बेटियाँ । गुणों की खान हैं बेटियाँ । भावना न्यारी हों तो भगवान हैं बेटियाँ । जिस खुश किस्मत के पास हैं , उनका संसार हैं बेटियाँ ।खबरों की दुनियाँhttps://www.blogger.com/profile/02650413421178799430noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822099577987030692.post-26222065814519076772010-10-08T08:22:45.155-07:002010-10-08T08:22:45.155-07:00बहुत प्यारी रचना पंकज भाई , बिलकुल हमारी बेटियों ज...बहुत प्यारी रचना पंकज भाई , बिलकुल हमारी बेटियों जैसी ! हार्दिक शुभकामनायेंSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.com