गाँव के लिए एक गीत...
>> Friday, October 9, 2009
ऐसा सुंदर गाँव बनाएं...
-------------------------------------------
ऐसा सुंदर गाँव बनाएँ,
धरती पर हम स्वर्ग बसाएं ।।
हरा-भरा हो गाँव हमारा,
परिपूरित खलिहान रहे।
मिल-जुल कर रहते हों सारे,
नफ़रत का ना काम रहे।
मन में मैल न जमने पाए,
दूर ह्रदय से पाप भगाएँ।।....
भूत-प्रेत या जादू-टोना,
इसको दूर भागना है।
कर्म हमारी सच्ची पूजा,
जन-जन को समझाना है।
पढ़ा-लिखा हो गाँव हमारा,
जो सोते है, उन्हें जगाएँ।।....
नही किसी पर शक हम पालें,
हो सब पर विश्वास।
दलितों से भी भाई -चारा,
रखें सभी जन खास।
छोटी-मोटी गलती भूलें,
सबको अपने गले लगाएँ।।
आज शपथ हम लेते हैं यह,
गाँव-गाँव तक जाएँगे।
गाँव हमारा आगे आए,
सबको यह समझाएँगे।
पगडण्डी पर चलते हैं पर
अब तो अंतर्जाल बिछाएं।।
ऐसा सुंदर गाँव बनाएँ,
धरती पर हम स्वर्ग बसाएं ।।
4 टिप्पणियाँ:
बढ़िया सपना-बढ़िया रचना!!
बहुत अच्छा सन्देश देती रचना
बहुत सुन्दर सन्देश --- बहुत सुन्दर कविता
ऐसा सुंदर गाँव बनाएँ,
धरती पर हम स्वर्ग बसाएं ।।
bahut sunder geet badhaai.
Post a Comment