Sunday, October 23, 2011

नई ग़ज़ल / मन का दीप जले तो हर इक अंधकार मिट जाता है ...

दीपत्सव की शुरुआत हो चुकी है. आप सबको हार्दिक शुभकामनाएं. प्रस्तुत है कुछ पंक्तियाँ, देखे, शायद सुधी पाठकों को पसंद आ जाएँ

अंधकार आता है आए, उससे कब घबराता है
इक नन्हा-सा दीप सामने आ कर सबक सिखाता है

अंधकार की फितरत है अपने पंजे फैलाएगा
लेकिन अदना-सा दीपक उससे जाकर भिड जाता है

'बहुत अँधेरा, बहुत अँधेरा' यह रोना कब तक रोएँ?
यह ज़ालिम तो इक दीपक से अक्सर मुँह की खाता है

अंधकार होता है कायर फिर भी इतराना देखो
दीपक जलते ही घमंड सब मिट्टी में मिल जाता है

किसम-किसम के यहाँ अँधेरे मिल जायेंगे बस्ती में
मन का दीप जले तो हर इक अंधकार मिट जाता है

अरे अँधेरे मत इतरा तू मौत तेरी अब निश्चित है
हर इक तानाशाह मरा है यह इतिहास बताता है 

धनवाले अपने ही घर को रौशन करते रहते है
दिलवाला इंसान अँधेरे दर पर दीप जलाता है

आखिर सच्ची दीवाली का पंकज ने देखा सपना
हर दरवाजा हँसता है और हर आँगन मुस्काता है

9 comments:

  1. आखिर सच्ची दीवाली का पंकज ने देखा सपना
    हर दरवाजा हँसता है और हर आँगन मुस्काता है

    वाह! भईया... बहुत सुन्दर ग़ज़ल...
    आपको दीप पर्व की सपरिवार सादर शुभकामनाएं

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  2. किसम-किसम के यहाँ अँधेरे मिल जायेंगे बस्ती में
    मन का दीप जले तो हर इक अंधकार मिट जाता है

    अंधेरे की हार और प्रकाश की जीत !
    बहुत सुंदर रचना।

    दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।

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  3. आखिर सच्ची दीवाली का पंकज ने देखा सपना
    हर दरवाजा हँसता है और हर आँगन मुस्काता है
    धनवाले अपने ही घर को रौशन करते रहते है
    दिलवाला इंसान अँधेरे दर पर दीप जलाता है
    ..सच कहा आपने वे दिलवाले ही होते हैं जो सबको ख्याल रख लेते हैं..
    सुंदर सन्देश देती रचना..
    आपको सपरिवार दीप पर्व की हार्दिक शुभकामना

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  4. सुन्दर...

    आपको धनतेरस और दीपावली की हार्दिक दिल से शुभकामनाएं
    MADHUR VAANI
    MITRA-MADHUR
    BINDAAS_BAATEN

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  5. बहुत सुन्दर
    आप और आपके परिवार को दिवाली की ढेरों शुभकामनायें.

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  6. पञ्च दिवसीय दीपोत्सव पर आप को हार्दिक शुभकामनाएं ! ईश्वर आपको और आपके कुटुंब को संपन्न व स्वस्थ रखें !
    ***************************************************

    "आइये प्रदुषण मुक्त दिवाली मनाएं, पटाखे ना चलायें"

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  7. बहुत ख़ूबसूरत अभिव्यक्ति...दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!

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  8. आपको भी सपरिवार दीपावली की हार्दिक मंगलकामनायें!

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  9. आदरणीय को सादर वंदन! दीपोत्सव के चौथे दिन " अन्न कूट गोवर्धन पूजा" की बहुत बहुत बधाई।
    रचना आपकी कलम की ताकत हमको बतला जाता है

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