दीपत्सव की शुरुआत हो चुकी है. आप सबको हार्दिक शुभकामनाएं. प्रस्तुत है कुछ पंक्तियाँ, देखे, शायद सुधी पाठकों को पसंद आ जाएँ
अंधकार आता है आए, उससे कब घबराता है
इक नन्हा-सा दीप सामने आ कर सबक सिखाता है
अंधकार की फितरत है अपने पंजे फैलाएगा
लेकिन अदना-सा दीपक उससे जाकर भिड जाता है
'बहुत अँधेरा, बहुत अँधेरा' यह रोना कब तक रोएँ?
यह ज़ालिम तो इक दीपक से अक्सर मुँह की खाता है
अंधकार होता है कायर फिर भी इतराना देखो
दीपक जलते ही घमंड सब मिट्टी में मिल जाता है
किसम-किसम के यहाँ अँधेरे मिल जायेंगे बस्ती में
मन का दीप जले तो हर इक अंधकार मिट जाता है
अरे अँधेरे मत इतरा तू मौत तेरी अब निश्चित है
हर इक तानाशाह मरा है यह इतिहास बताता है
धनवाले अपने ही घर को रौशन करते रहते है
दिलवाला इंसान अँधेरे दर पर दीप जलाता है
आखिर सच्ची दीवाली का पंकज ने देखा सपना
हर दरवाजा हँसता है और हर आँगन मुस्काता है
आखिर सच्ची दीवाली का पंकज ने देखा सपना
ReplyDeleteहर दरवाजा हँसता है और हर आँगन मुस्काता है
वाह! भईया... बहुत सुन्दर ग़ज़ल...
आपको दीप पर्व की सपरिवार सादर शुभकामनाएं
किसम-किसम के यहाँ अँधेरे मिल जायेंगे बस्ती में
ReplyDeleteमन का दीप जले तो हर इक अंधकार मिट जाता है
अंधेरे की हार और प्रकाश की जीत !
बहुत सुंदर रचना।
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
आखिर सच्ची दीवाली का पंकज ने देखा सपना
ReplyDeleteहर दरवाजा हँसता है और हर आँगन मुस्काता है
धनवाले अपने ही घर को रौशन करते रहते है
दिलवाला इंसान अँधेरे दर पर दीप जलाता है
..सच कहा आपने वे दिलवाले ही होते हैं जो सबको ख्याल रख लेते हैं..
सुंदर सन्देश देती रचना..
आपको सपरिवार दीप पर्व की हार्दिक शुभकामना
सुन्दर...
ReplyDeleteआपको धनतेरस और दीपावली की हार्दिक दिल से शुभकामनाएं
MADHUR VAANI
MITRA-MADHUR
BINDAAS_BAATEN
बहुत सुन्दर
ReplyDeleteआप और आपके परिवार को दिवाली की ढेरों शुभकामनायें.
पञ्च दिवसीय दीपोत्सव पर आप को हार्दिक शुभकामनाएं ! ईश्वर आपको और आपके कुटुंब को संपन्न व स्वस्थ रखें !
ReplyDelete***************************************************
"आइये प्रदुषण मुक्त दिवाली मनाएं, पटाखे ना चलायें"
बहुत ख़ूबसूरत अभिव्यक्ति...दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeleteआपको भी सपरिवार दीपावली की हार्दिक मंगलकामनायें!
ReplyDeleteआदरणीय को सादर वंदन! दीपोत्सव के चौथे दिन " अन्न कूट गोवर्धन पूजा" की बहुत बहुत बधाई।
ReplyDeleteरचना आपकी कलम की ताकत हमको बतला जाता है