Sunday, September 26, 2021

बेटी दिवस पर विशेष

पतझड़ में मधुमास बेटियाँ
होती हैं विश्वास बेटियाँ

करो 'कल्पना' थोड़ी बेहतर
छू लेती आकाश बेटियाँ

किस्मतवाला घर होता वो
जिसके भी है पास बेटियाँ

बेशक बेटों के जैसे ही
हैं सुंदर एहसास बेटियाँ

जब-जब छाया है अंधियारा
लगने लगीं उजास बेटियाँ 

वक्त पड़े तो हर दानव का 
करती रहीं विनाश बेटियाँ

खेलकूद हो या हो शिक्षा
रचती हैं इतिहास बेटियाँ

@ गिरीश पंकज

2 comments:

  1. खेलकूद हो या हो शिक्षा
    रचती हैं इतिहास बेटियाँ

    बेटियों के प्रति सुंदर भावों से सुसज्जित रचना ।

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