Sunday, September 25, 2011

नई ग़ज़ल / फूट रही है उन्हे जवानी जबकि 'फिफ्टी' पार हो गए...

वे भी दुनियादार हो गए
बस मतलब के यार हो गए

लगा फ़ायदा हो जायेगा
फ़ौरन ही बाज़ार हो गए

मुस्काना ही भूल गए हैं
कहाँ के थानेदार हो गए 

दौलत पा कर फूल गए हैं
क्या अजीब किरदार हो गए

पहले सज्जन-से लगते थे
अब तो बस अखबार हो गए

जिसकी कोइ क़द्र नहीं है
हम तो ऐसा प्यार हो गए

बहार से वे मस्त-मस्त हैं
भीतर से बीमार हो गए

वक़्त ने उनको बदल दिया है 
झूठों के सरदार हो गए

पद की माया भी क्या माया
ऐंठन में सरकार हो गए

फूट रही है उन्हे जवानी
जबकि 'फिफ्टी' पार हो गए

परिवर्तन होगा, बस निकलें
लो हम भी तैयार हो गए

माँ -बाप वृद्धाश्रम में हैं
बेटे क्यों गद्दार हो गए

हर पल नैतिकता की बातें
पंकज तुम बेकार हो गए

14 comments:

  1. "पहले सज्जन-से लगते थे
    अब तो बस अखबार हो गए"
    क्या बात है ! बहुत खूब!

    ReplyDelete
  2. खूबसूरत गज़ल ...बहुत कुछ कह गयी आपकी यह रचना

    ReplyDelete
  3. माँ -बाप वृद्धाश्रम में हैं
    बेटे क्यों गद्दार हो गए
    हर पल नैतिकता की बातें
    पंकज तुम बेकार हो गए

    यथार्थ की सुन्दर प्रस्तुति...

    ReplyDelete





  4. लगा फ़ायदा हो जायेगा
    फ़ौरन ही बाज़ार हो गए

    सच है … ज़माने का यही चलन है अब …

    गिरीश जी बहुत भाव भरी ग़ज़ल के लिए आभार एवं बधाई !



    हार्दिक शुभकामनाएं !
    - राजेन्द्र स्वर्णकार

    ReplyDelete
  5. गिरीश जी, बडी गजब की गजल रची है आपने। सचमुच मजाआ गया।

    ------
    आप चलेंगे इस महाकुंभ में...?
    ...खींच लो जुबान उसकी।

    ReplyDelete
  6. आभार ||

    आपकी इस प्रस्तुति पर
    बहुत-बहुत बधाई ||

    ReplyDelete
  7. अर्ज किया है-
    शे‘र आपके लगते जैसे,
    चाकू और कटार हो गए।

    ReplyDelete
  8. लगा फ़ायदा हो जायेगा
    फ़ौरन ही बाज़ार हो गए

    क्या शेर है भईया....
    खुबसूरत ग़ज़ल...
    सादर प्रणाम....

    ReplyDelete
  9. आपको मेरी तरफ से नवरात्री की ढेरों शुभकामनाएं.. माता सबों को खुश और आबाद रखे..
    जय माता दी..

    ReplyDelete




  10. आपको सपरिवार
    नवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं-मंगलकामनाएं !

    -राजेन्द्र स्वर्णकार

    ReplyDelete
  11. Bahut hi jaandaar Rachna.. Aabhar..

    ReplyDelete
  12. लगा फैयदा हो जाएगा,
    फौरन ही बाज़ार होगाए।
    बहुत बढ़िया प्रस्तुति.....

    समय मिले तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है। आपको और आपके सम्पूर्ण परिवार को हम सब कि और से नवरात्र कि हार्दिक शुभकामनायें...
    .http://mhare-anubhav.blogspot.com/

    ReplyDelete