गणतंत्र को समर्पित एक गीत
>> Monday, January 26, 2015
यह देश मेरा प्यारा सबसे,
हम इसका नित्य विकास करें।
दुनिया में भारत आगे हो,
मिलजुल कर यही प्रयास करें।
जो बीत गई सो बात गयी,
उसके पीछे क्यों जाएं हम.
आगे देखें, सोचें बेहतर,
आगे ही कदम बढ़ाएं हम.
जो देशविरोधी लोग यहाँ,
उनका हम तुरत विनाश करें।
सब धर्मो के लोगो आओ,
यह बात समझ लेना सुन्दर.
कोई भी धर्म नहीं ऊँचा ,
यह देश-धर्म सबसे ऊपर.
कण-कण वन्दित है भारत का,
इसका न कभी उपहास करें।।
जो देश को अपने छोड़ गए,
वे हैं अपने आदर्श नहीं।
अपनी मिट्टी में रह कर क्या,
हम कर सकते संघर्ष नही.
अपनी प्रतिभा को दिखलाएं ,
हम पतझर को मधुमास करें
हम इसका नित्य विकास करें।
दुनिया में भारत आगे हो,
मिलजुल कर यही प्रयास करें।
जो बीत गई सो बात गयी,
उसके पीछे क्यों जाएं हम.
आगे देखें, सोचें बेहतर,
आगे ही कदम बढ़ाएं हम.
जो देशविरोधी लोग यहाँ,
उनका हम तुरत विनाश करें।
सब धर्मो के लोगो आओ,
यह बात समझ लेना सुन्दर.
कोई भी धर्म नहीं ऊँचा ,
यह देश-धर्म सबसे ऊपर.
कण-कण वन्दित है भारत का,
इसका न कभी उपहास करें।।
जो देश को अपने छोड़ गए,
वे हैं अपने आदर्श नहीं।
अपनी मिट्टी में रह कर क्या,
हम कर सकते संघर्ष नही.
अपनी प्रतिभा को दिखलाएं ,
हम पतझर को मधुमास करें
0 टिप्पणियाँ:
Post a Comment