हम भारत वाले हैं,
सबको प्यार बाँटते हैं ।
लेकिन कुछ हैं ऐसे जो,
हथियार बाँटते हैं।।
अमन-चैन और प्रेम-मोहब्बत भूल न जाएँ हम।
जिस रस्ते पर चले विश्व वह गीत सुनाएँ हम।
नेक मुल्क सबको अच्छा व्यवहार बाँटते हैं।
हम भारत वाले हैं, सबको प्यार बाँटते हैं ।।
कितनी सुंदर दुनिया हो गर युद्ध न हो कोई ।
देख-देख कर युद्ध, हमारी धरती माँ रोई।
कैसे हैं वे लोग घृणा हर बार बाँटते हैं।
हम भारत वाले हैं, सबको प्यार बाँटते हैं ।।
मिलजुल कर के ही रहना, यह फर्ज हमारा है ।
रहे विश्व में अमन यही हम सबका नारा है।
निर्मल मन वाले केवल उपकार बाँटते हैं।
हम भारत वाले हैं, सबको प्यार बाँटते हैं ।।
हथियारों की खेप नष्ट हो, खत्म हो अत्याचार।
पूरी दुनिया में बस फैले,प्यार, प्यार बस प्यार।
उनकी हो निंदा जो के तकरार बाँटते हैं।
हम भारत वाले हैं,
सबको प्यार बाँटते हैं ।
लेकिन कुछ हैं ऐसे जो,
हथियार बाँटते हैं।।
@ गिरीश पंकज
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" शुक्रवार 04 मार्च 2022 को साझा की गयी है....
ReplyDeleteपाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
आभारम!
Deleteभारत हमेशा शांति व अहिंसा का पक्षधर रहा है। आपको पहली बार पढा बहुत अच्छा लगा। आपकी ये रचना बहुत सुंदर व निर्मल भावों से सजी है। आप भी पधारें मेरे ब्लॉग तक।
ReplyDeleteधरती की नागरिक: श्वेता सिन्हा
आभारम
Deleteहम भारत वाले हैं,
ReplyDeleteसबको प्यार बाँटते हैं ।
-सहमत...
-फिर घृणा, द्वेष, इर्ष्या इत्यादि वाले थेथर कहाँ जन्मते होंगे....
हम भारत वाले हैं प्यार बाँटते हैं ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना ।
अमन और शांति का पैग़ाम इसी तरह प्रसारित होता रहे
ReplyDeleteधन्यवाद
Deleteबहुत अच्छी रचना
ReplyDeleteआभारम
Deleteआभारम
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