हम बच्चे स्कूल चले ...
>> Monday, December 22, 2014
आस्था का गीत
(खास पेशावर के बच्चो के लिए)
हम बच्चे स्कूल चले ...
काम नेक हम करने वाले
अपनी राह पे चलने वाले
हिम्मत हो तो आये गोली
नहीं कभी हम डरने वाले
वीर-धीर माता है अपनी
उस गोदी में बढ़े- पले.
हम बच्चे स्कूल चले
आने वाला कल अपना है,
गीत मोहब्बत का जपना है।
दुनिया हमको ही गढ़नी है
अपना ये सुन्दर सपना है।
कभी नहीं हम रुकने वाले,
रोको रस्ते लाख भले..
हम बच्चे स्कूल चले।
दुनिया को बांटेंगे प्यार,
यही वक्त की एक पुकार। ,
हिंसा से कब भला हुआ है,
प्रेम हमारा है उपहार।
ईशवर-अल्ला एक हमारे,
रहे प्रेम के वृक्ष तले.
हम बच्चे स्कूल चले।
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हम बच्चे स्कूल चले ...
काम नेक हम करने वाले
अपनी राह पे चलने वाले
हिम्मत हो तो आये गोली
नहीं कभी हम डरने वाले
वीर-धीर माता है अपनी
उस गोदी में बढ़े- पले.
हम बच्चे स्कूल चले
आने वाला कल अपना है,
गीत मोहब्बत का जपना है।
दुनिया हमको ही गढ़नी है
अपना ये सुन्दर सपना है।
कभी नहीं हम रुकने वाले,
रोको रस्ते लाख भले..
हम बच्चे स्कूल चले।
दुनिया को बांटेंगे प्यार,
यही वक्त की एक पुकार। ,
हिंसा से कब भला हुआ है,
प्रेम हमारा है उपहार।
ईशवर-अल्ला एक हमारे,
रहे प्रेम के वृक्ष तले.
हम बच्चे स्कूल चले।
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1 टिप्पणियाँ:
क्या पाया तुमने,
ए कत्ले आम करके,
क्या अब
भी सोचते हो,
जन्नत पाओगे मरने के बाद,
गलत सोचते हो तुम,
अब जहन्नुम मे
ढकेल दिए जाओगे,
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